जुग बंदव माता काली चरण – बहुत पुराना जस गीत | JUG BANDAV MATA LYRICS

जुग बंदव माता काली चरण
बहुत पुराना जस गीत
JUG BANDAV MATA KALI CHARAN JUG HO LYRICS
  • गीत – जुग बंदव माता काली चरण
  • गायक – आचार्य पं. रामानुज युवराज पांडे
  • श्रेणी – पारंपरिक जस गीत
  • छत्तीसगढ़ी भक्ति गीत


स्थायी

जुग बंदव दाई काली चरण जुग हो

पग बंदव माता काली चरण जुग हो

जुग बंदव माता काली चरण जुग हो

पग बंदव भवानी काली चरण जुग हो

 

जुग बंदव भवानी काली चरण जुग हो

पग बंदव माता काली चरण जुग हो

जुग बंदव माता काली चरण जुग हो

पग बंदव माता काली चरण जुग हो

 

अंतरा 1

जब काली चरण जुग बंदव माता

हनुमत चरण मनावौ

जब शंभु भवानी ल बंदव माता

भैरव चरण मनावौ

 

जब काली चरण जुग बंदव माता

हनुमत चरण मनावौ

जब शंभु भवानी ल बंदव माता

भैरव चरण मनावौ

 

जब सोन रूप दंतेश्वरी बंदव

भैरव पद कर जोरे

जब सोन रूप दंतेश्वरी बंदव

भैरव पद कर जोरे

जब सोन रूप दंतेश्वरी बंदव

भैरव पद कर जोरे

जब सोन रूप दंतेश्वरी बंदव

भैरव पद कर जोरे

 

जब भैरव पद कर जोरे हो मईया

भैरव पद कर जोरे

जब सोन रूप दंतेश्वरी बंदव

भैरव पद कर जोरे

 

जब कर जोरे सरसती ल सुमिरौ

काली चरण जुग हो

पग बंदव माता काली चरण जुग हो

जुग बंदव माता काली चरण जुग हो

पग बंदव माता काली चरण जुग हो

जुग बंदव माता काली चरण जुग हो

 

अंतरा 2

जब अपने भुवन से निकले कालिका

हाथ खड़ग त्रिशुला

जब अपने भुवन से निकले कालिका

हाथ खड़ग त्रिशुला

 

जब गजमुक्तन के माला पहिरे

कई एक असुर संहारे हो मईया

जब कई एक असुर संहारे हो मईया

भक्तन काज संवारे

जब कई एक असुर संहारे हो मईया

भक्तन काज संवारे

 

जब भक्तन काज संवारे हो मईया

भक्तन काज संवारे

जब कई एक असुर संहारे हो मईया

भक्तन काज संवारे

 

जब चण्डी ल जाए जगाए हो माता

दोनो कोप कर धाए

जब तिरिया हो के लडे बर जाए

मरदो ल कहां छिपाए

जब तिरिया हो के लडे बर जाए

मरदो ल कहां छिपाए

जब तिरिया हो के लडे बर जाए

मरदो ल कहां छिपाए

 

जब एक बुंद धरती नही छुवै

गट गट पियन लागे

जब एक होंठ आकाश को माढ़े

एक होंठ पाताले

 

जब एक बुंद धरती नही छुवै

गट गट पियन लागे

जब एक होंठ आकाश को माढ़े

एक होंठ पाताले

 

जब पियत रूधिर पियत गट गट ले

भैरव ताल बजाए

जब पियत रूधिर पियत गट गट ले

भैरव ताल बजाए

जब भैरव ताल बजाए हो मईया

जब भैरव ताल बजाए हो मईया

 

अंतरा 3

जब सिंग उठे रण हाके माता

कोप करे असमाने

जब बाण मार के महिसा सुर ल

खण्ड खण्ड कर डारे

 

जब सिंग उठे रण हाके माता

कोप करे असमाने

जब बाण मार के महिसा सुर ल

खण्ड खण्ड कर डारे

 

जब खण्ड खण्ड कर डारे हो मईया

देवन डुमडुमी बजाए

जब खण्ड खण्ड कर डारे हो मईया

देवन डुमडुमी बजाए

 

हो बैरागी बैठे जस गावै

काली चरण जुग हो

जुग बंदव माता काली चरण जुग हो

पग बंदव माता काली चरण जुग हो

जुग बंदव माता काली चरण जुग हो

पग बंदव माता काली चरण जुग हो

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