तुंही ला सुमिरौ हो जगत के जननी Tuhi La Sumirav Ho Lyrics – Dukalu Yadav | पुराना जस गीत

तुंही ला सुमिरौ हो जगत के जननी
Tuhi La Sumirav Ho Lyrics
🌺Dukalu Yadav Jas Geet🌺

 

    • गीत : तुंही ला सुमिरौ
    • गायक : दुकालू यादव
    • गीतकार : पारंपरिक जस गीत
    • संगीतकार : रामकुमार साहू
    • एल्बम : देवता नाचे
    • लेबल : केके कैसेट

 

 

स्थायी 
 
तुंही ला सुमिरौ हो ऐ जगत के ओ जननी
 
तुंही ला सुमिरौ हो
 
ऐ जगत के ओ जननी
 
तुंही ला सुमिरौ हो
 
येहो तुंही ला सुमिरौ हो ऐ जगत के ओ जननी
 
तुंही ला सुमिरौ हो


 
अंतरा 1
 
जब धरती ला सुमिरौ आगास ला सुमिरौ सुमिरौ मैं पाताले
 
धरती ला सुमिरौ आगास ला सुमिरौ सुमिरौ मैं पाताले
 
यहो सुमिरौ मैं पाताले हो मैया सुमिरौ मैं पाताले
 
धरती ला सुमिरौ आगास ला सुमिरौ सुमिरौ मैं पाताले
 
यहो तिनो लोक के देवता ला सुमिरौ तुंही ला सुमिरौ हो
 
ये जगत के ओ जननी तुंही ला सुमिरौ हो


 
अंतरा 2
 
जब ब्रम्हा ला सुमिरौ बिसनु ला सुमिरौ सुमिरौ शंकर भोले
 
ब्रम्हा ला सुमिरौ बिसनु ला सुमिरौ सुमिरौ शंकर भोले
 
यहो सुमिरौ शंकर भोले हो मैया सुमिरौ शंकर भोले
 
ब्रम्हा ला सुमिरौ बिसनु ला सुमिरौ सुमिरौ शंकर भोले
 
यहो आदि शक्ति जगदंबा ला सुमिरौ 
 
तुंही ला सुमिरौ हो ऐ जगत के ओ जननी 
 
तुंही ला सुमिरौ हो


 
अंतरा 3
 
जब राम ला सुमिरौ लक्ष्मण सुमिरौ भरत शत्रुघन भाई
 
राम ला सुमिरौ लक्ष्मण सुमिरौ भरत शत्रुघन भाई
 
यहो भरत शत्रुघन भाई हो मैया भरत शत्रुघन भाई
 
राम ला सुमिरौ लक्ष्मण सुमिरौ भरत शत्रुघन भाई
 
यहो हनुमान बजरंगी ला सुमिरौ
 
तुंही ला सुमिरौ हो ऐ जगत के ओ जननी 
 
तुंही ला सुमिरौ हो


 
अंतरा 4
 
जब माता पिता गुरू जन ला सुमिरौ करहूं हमर सहाई
 
माता पिता गुरू जन ला सुमिरौ करहूं हमर सहाई
 
यहो करहूं हमर सहाई ओ मैया करहूं हमर सहाई
 
माता पिता गुरू जन ला सुमिरौ करहूं हमर सहाई
 
यहो बालक बरवा कछू नई जानन
 
तुंही ला सुमिरौ हो ऐ जगत के ओ जननी 
 
तुंही ला सुमिरौ हो
 
येहो तुही ला सुमिरौ हो ऐ जगत के ओ जननी
 
तुंही ला सुमिरौ हो 


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