जोत जंवारा निकलय Jot Jawara Nikle Lyrics – Dukalu Yadav Jas Geet

जोत जंवारा निकलय

Jot Jawara Nikle Lyrics

Dukalu Yadav Jas Geet

  • गीत – जोत जंवारा निकलय
  • स्वर – दुकालू यादव
  • गीतकार – नन्द कुमार नंदगईहा
  • संगीत – कुलदीप राजेश
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
  • लेबल – 360India

स्थायी
जोत जंवारा निकलय
जोत जंवारा निकलय
आसन ले माता उसलय उसलय
आसन ले माता उसलय

अंतरा 1
यहो लकलक लकलक जोत हां करे
चले भवानी सगरी में
यहो जोरन जोराए तोर बर माता
बंधय सबो हा गठरी में
पारा पारा म किंजरय
पारा पारा म किंजरय
आसन ले माता उसलय उसलय
आसन ले माता उसलय

अंतरा 2
बाना धर के बरवा नाचे
झूमर झूमर झूम झूमर के
यहो निम्बुवा मारे बईगा रेंगे
सुमर सुमर दाई सुमर के
नार नारी पानी ओरसय
नार नारी पानी ओरसय
आसन ले माता उसलय उसलय
आसन ले माता उसलय

अंतरा 3
यहो मन मोर हुलसय जाथस दाई
कलपत हिरदय भारी वो
यहो तरतर तरतर नैना ले मईया
बोहे आंसू के धारी वो
नंदगईहा जस लिखय
नंदगईहा जस लिखय
आसन ले माता उसलय उसलय
आसन ले माता उसलय

जोत जंवारा निकलय
जोत जंवारा निकलय
आसन ले माता उसलय उसयल
आसन ले माता उसलय

Leave a comment

x
error: Content is protected !!