💕दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे💕
🌹 DANTESHWARI DANTEWADA TOR DERA HE LYRICS🌹
🎵 JAS GEET LYRICS 🎵
- गीत – दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
- स्वर – अनुराग शर्मा
- गीतकार – नन्द कुमार वर्मा
- संगीत – प्रशांत कुशवाहा
- प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
- लेबल – 360INDIA
स्थायी
दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे
हो दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे
शंखनी डंकिनी दु नंदिया के
शंखनी डंकिनी दु नंदिया के
तीरे तीर म घेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे
हो दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे
अंतरा 1
तोर डेहरी म जेन हा आथे मन इच्छा फल पाथे वो
हावै दाई दीन दयाली सरबस मया लुटाथे वो
फूल पान अउ नरियर भेला तोर सबे चढ़ाथे वो
जिया बाबा के कुल वंशज हा तोर सेवा ला बजाथे वो
ढोल नंगारा तुर्रा बाजे
ढोल नंगारा तुर्रा बाजे
पूजा माई दूनो बेरा हे
जंग भितरी म बसेरा हे
हो दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे
अंतरा 2
सती के दांत ले तैं हा सिरजे शक्ति पीठ परमाने वो
छै भुजा दंतेश्वरी तैं हा खड़ग खप्पर ला ताने वो
अन्नमदेव महराज हा वो तोर करे हे ध्याने वो
छत्तीसगढ़ बस्तर राज म तोर हावै स्थाने वो
देवता धामी निशदिन दाई
हां देवता धामी निशदिन दाई
करथे तोर फेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे
दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे
अंतरा 3
गड़े खम्भा शक्तिपीठ के चौरासी हितकारी वो
नरसिंग अउ भैरव बाबा के मूरत हावै न्यारी वो
रैन बसेरा जीव जंतु के चहक भरे किलकारी वो
तोर चरण म नंदगईहा के जिनगी हे बलिहारी वो
तही जगत के सार सार म
तही जगत के सार सार म
ताते दुख अंधेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे
हो दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे
शंखनी डंकिनी दु नंदिया के
शंखनी डंकिनी दु नंदिया के
तीरे तीर म घेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे
हो दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे
दंतेश्वरी दंतेवाड़ा तोर डेरा हे
जंगल भितरी म बसेरा हे