राउत नाचा दोहा | Raut Nacha Doha Lyrics

Raut Nacha Doha Lyrics
राउत नाचा दोहा
गायिका : निशा चौबे
लेबल : सुंदरानी 
 

अरे अरे अरे भाई रे

कबीरा खड़े बाजार में सब से मांगे खैर रे

अऊ ना काहूं से दोस्ती ना काहूं से बैर रे

 

अरे अरे अरे भाई रे

छीर सागर में बिष्णु सोये लक्ष्मी पैर दबाये रे

अऊ नाभी कमल ले ब्रम्हा निकले नारद वीणा बजाये रे

 

अरे अरे अरे भाई रे

चांद चाहे चांदनी अऊ सूरज चाहे घाम रे

लंका चाहे मंदोदरी अऊ सीता चाहे राम रे

 

अरे अरे अरे भाई रे

यमुना जी तो कारी कारी राधा गोरी गोरी रे

अऊ वृंदावन में धूम मचाये बरसाने की छोरी रे

 

अरे अरे अरे भाई रे

हाट गेंव बाजार गेंव उंहा ले लायेव लाडू रे

अऊ एक लाडू मार परेव राम राम साडू रे

 

अरे अरे अरे अरे भाई रे

राम राज में दूध मिले अऊ कृष्ण राज में घी रे 

अऊ कलयुग में दारू मिले कुद कुद के पी रे




राउत नाचा दोहा – छोटू राम यादव

 

अरे रे रे भाई रे

राम नगरिया राम के रे संगी 

बसे गंगा के तीर हो

अटल राज महराज के 

चौकी हनुमत बीर हो

 

अरे रे रे भाई रे

राम दुलरवा लक्ष्मण रे संगी

पंडवा दुलरवा भीम हो

आल्हा दुलरवा उदल रे संगी

जे लड़े रात अऊ दिन हो

 

अरे रे रे भाई रे

ऐ चार महिना चरायेंव गाये

खायेंव दही के बोरा हो

आगे दिन देवारी के संगी

छुटत हौं तोर निहोरा हो

 

अरे रे रे भाई रे

तरी हरि नाना मोर नाहानारि नाना मोर 

तीनो बेचागे कासी मा

तरी हरि नाना मोर नाहानारि नाना मोर 

तीनो बेचागे कासी मा

हरिश्चंद राजा तारामति रानी 

संग म रोहित कुमार 

तीनो बेचागे कासी मा

 

आवत देवारी लुई लुई संगी

जावत देवारी बड़ा धूर हो

जा जा देवारी तोर मईहर की

फागुन उड़ाहूं धूल हो

Leave a comment

x
error: Content is protected !!