जग तारण मईया – कांतिकार्तिक | JAGTARAN MAIYA LYRICS | KANTIKARTIK NEW JAS GEET LYRICS

💕 जग तारण मईया 💕
🌹 JAGTARAN MAIYA LYRICS🌹
🎵 KANTIKARTIK NEW JAS GEET LYRICS 🎵
  • गीत – जग तारण मईया
  • स्वर – कांतिकार्तिक यादव
  • गीतकार – पारंपरिक जस गीत
  • संगीत – ओपी देवांगन
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
  • लेबल – कोक क्रिएशन



स्थायी
जगतारण मईया डंडा शरण गोहरावव हो माँ
जगतारण मईया डंडा शरण गोहरावव हो माँ
जगतारण मईया डंडा शरण गोहरावव हो माँ
जगतारण मईया डंडा शरण गोहरावव हो माँ

अंतरा 1
पहली सेवा बर मईया धरम राजा आए हे
पहली सेवा बर मईया धरम राजा आए हे
सुरहीन गईया के गोबर मंगाए हो माया मोर
सुरहीन गईया के गोबर मंगाए हो माँ

अंतरा 2
दुसर सेवा बर मईया अर्जुन राजा आए हे
दुसर सेवा बर मईया अर्जुन राजा आए हे
खुट धर अंगना लिपाए हो माया मोर
खुट धर अंगना लिपाए हो माँ

अंतरा 3
तीसर सेवा बर मईया भीमसेन आए हे
तीसर सेवा बर मईया भीमसेन आए हे
खुट धर चउक पुराए हो माया मोर
खुट धर चउक पुराए हो माँ

अंतरा 4
चौथा सेवा बर मईया नकुल राजा आए हे
चौथा सेवा बर मईया नकुल राजा आए हे
सोन के कलश मढ़ाए हो माया मोर
सोन के कलश मढ़ाए हो माँ

अंतरा 5
पांचवा सेवा बर मईया सहदेव राजा आए हे
पांचवा सेवा बर मईया सहदेव राजा आए हे
मोतियन कलश जलाए हो माया मोर
मोतियन कलश जलाए हो माँ

अंतरा 6
छठवा सेवा बर मईया दुरपती रानी आए हे
छठवा सेवा बर मईया दुरपती रानी आए हे
सरधा के ज्योत जलाए हो माया मोर
सरधा के ज्योत जलाए हो माँ

अंतरा 7
सातवां सेवा बर मईया तोर सेउक मन आए हे
सातवां सेवा बर मईया तोर सेउक मन आए हे
नौ दिन तोला मनाए हो माया मोर
नौ दिन तोला गोहराए हो माँ

जगतारण मईया डंडा शरण गोहरावव माँ
जगतारण मईया डंडा शरण गोहरावव माँ
जगतारण मईया डंडा शरण गोहरावव माँ
जगतारण मईया डंडा शरण गोहरावव माँ



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