मईया के पैजनिया – कांतिकार्तिक | MAIYA KE PAIJANIYA LYRICS | KANTIKARTIK JAS GEET

💕 मईया के पैजनिया 💕
🌹 MAIYA KE PAIJANIYA LYRICS🌹
🎵 KANTIKARTIK JAS GEET 🎵
  • गीत – मईया के पैजनिया
  • स्वर – कांतिकार्तिक यादव
  • गीतकार – गुरूदेव मौनी लाला जी
  • संगीत – ओपी देवांगन
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
  • लेबल – कोक क्रिएशन



स्थायी
छुम छनानाना बाजे मईया हो
बीच जंगल म पैजनिया
बीच जंगल म पैजनिया
छुम छनानाना बाजे मईया हो
बीच जंगल म पैजनिया
बीच जंगल म पैजनिया
बीच जंगल म पैजनिया
बीच जंगल म पैजनिया

आघु आघु रेंगे अनम देव
आघु आघु रेंगे अनम देव
पाछु दंतेश्वरी मईया

अंतरा 1
चालुकवंश के राजा अनम देव वारंगल ले आए गा
कात्यायन राजा आदिवासी कुलदेवी दाई ला बनाए गा
दंतेसिरी ला कुलदेवी माने भगती भाव म सनाए गा
भाव भगती के सेती शक्ति दर्शन सउहे देखाए गा

मन इच्छा तोर का हे राजा
मन इच्छा तोर का हे राजा
पुराहूं कहे गा मईया

अंतरा 2
भगती के सेती दाई दंतेसिरी सांकछात गोठियाए गा
राज विस्तार के भाव सुन दाई हुकुम शबद ला सुनाए गा
आघु आघु राजा तैं हा रेंगबे पाछु पाछु मैं हा आहूं गा
मुड़ के पाछु झन तैं देखबे श्री गणेश कराए गा

राज पताका ला देखे राजा मन
राज पताका ला देखे राजा मन
परे जम्मो झन पईया

अंतरा 3
कई कोसन अउ कई जोजन ले राज के हावै विस्तारी गा
आघु आघु अनम देव रेंगे पाछु पाछु महतारी गा
फंस के पंवरी रेती म जब्बर डंकनी शंखनी मंझारी गा
नुपुर के सुर नई बाजै तब राजा देखे पिछवारी गा

दाई वचन म तुरते बंधा गे
दाई वचन म तुरते बंधा गे
दाई नई उसाले पईया

अंतरा 4
राज विस्तार के आस ले राजा दाई ला गोहराए सुग्घर
ये विस्तार अउ होतिस दाई त किरपा हो जातिस हो तुंहर
आघु नई जावव राजा मैं ये लेजा गा तैं वस्तर
जिहा छिमा हो जाही ये वस्तर उही राज हे देव बस्तर

कांतिकार्तिक मौनी लाला
तोर महिमा ला बताए काला
पंवरी परे तोर मईया

छुम छनानाना बाजे मईया हो
बीच जंगल म पैजनिया
बीच जंगल म पैजनिया
बीच जंगल म पैजनिया
बीच जंगल म पैजनिया

आघु आघु रेंगे अनम देव
आघु आघु रेंगे अनम देव
पाछु दंतेश्वरी मईया



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