आसन म बघवा काबर सुहाए हो  | AASAN MA BAGHWA LYRICS | KANTIKARTIK JAS GEET

 आसन म बघवा काबर सुहाए हो
AASAN MA BAGHWA LYRICS
KANTIKARTIK NEW JAS GEET 2023



  • गीत – आसन म बघवा
  • स्वर – कांतिकार्तिक यादव
  • गीतकार – गुरूदेव मौनी लाला जी
  • संगीत – ओपी देवांगन
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
  • लेबल – KOK Creation




स्थायी

आसन म बघवा काबर सुहाए हो

आसन म बघवा काबर सुहाए हो

कोन रूप बघवा हा आए हो माया मोरे 

सिंहासन बड़ मन भाए

 

आसन म बघवा काबर सुहाए हो

आसन म बघवा काबर सुहाए हो

कोन रूप बघवा हा आए हो माया मोरे 

सिंहासन बड़ मन भाए

 

अंतरा 1

अंतर धियान म देखे शिव हा 

आगी अस बेरा जनावत हे

बैरी मन के गुण दोष ला 

महादेवी ले गोठियावत  हे

 

धरम के रक्षा करे ला परही 

कहिके भोला चेतावत हे

ब्रम्हा वर के सेती असुरन 

धरमी मन ला केंधरावत हे

 

नारी हाथ के मरना वर हा 

नारी हाथ के मरना वर हा 

तोरेच बाटा हावै 

तोरेच बाटा हावै 

 

आसन म बघवा काबर सुहाए हो

आसन म बघवा काबर सुहाए हो

कोन रूप बघवा हा आए हो माया मोरे 

सिंहासन बड़ मन भाए

 

अंतरा 2

कईसे कहिथौ तुमन भोला 

तुमला कईसे कही नई लागे हो

नारी जात हंव मैं का करिहौ 

असुरन ले मोला डर लागे हो

 

एके झन मैं काए करहूं 

बेरा कईसन देखौ आगे हो

जम्मो देव के शक्ति मन हा 

भय रूप म प्रकटागे हो

 

सउहे भोला बघवा बन के

सउहे भोला बघवा बन के

रण म गरजे आए

रण म गरजे आए

 

आसन म बघवा काबर सुहाए हो

आसन म बघवा काबर सुहाए हो

कोन रूप बघवा हा आए हो माया मोरे 

सिंहासन बड़ मन भाए

 

अंतरा 3

असुरन सेना भोला रूप बघवा

चिथौ ले हबके जाए हो

असुरन सेना दाई संग म 

छलबल ले माया रचाए हो

 

आनी बानी के रूप ला धर के 

दाई संग झगरा मताए हो

धरे कटारी कांदी अस लुए 

लहू के नंदिया देखो बोहाए हो

 

खेल खेल म महामाई हा

खेल खेल म महामाई हा 

सबके परान उड़ाए

सबके परान उड़ाए

 

आसन म बघवा काबर सुहाए हो

आसन म बघवा काबर सुहाए हो

कोन रूप बघवा हा आए हो माया मोरे 

सिंहासन बड़ मन भाए

 

अंतरा 3

देव गगन ले फूल बरसावै 

नेती नेती पद ला गाए हो

गंधर्व किन्नर मनखे मन हा

मंगल जस ला तोर गाए हो

 

महिसासुर हा बड़ भाग मानी

दाई के संग म देखौ पुजाए हो

बघवा सउहे हावै भोला

सिंहासन के मान ला पाए हो

 

कांतिकार्तिक मौनी लाला

कांतिकार्तिक मौनी लाला

भेद अगम ये बताए

भेद अगम ये बताए

 

आसन म बघवा तभे सुहाए हो

आसन म बघवा तभे सुहाए हो

शिव रूप बघवा हा आए हो माया मोरे 

सिंहासन बड़ मन भाए






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