हो मईया छत्तीसगढ़हीन Ho Maiya Chhattisgarhin Lyrics – Manharan Sahu, Parmanand Katholiya | पुराना जस गीत

🌷हो मईया छत्तीसगढ़हीन🌷
🌻Ho Maiya Chhattisgarhin Lyrics🌻
🌺पुराना जस गीत 🌺
  • गीत : हो मईया छत्तीसगढ़हीन
  • गायक : मनहरण साहू
  • गीतकार : परमानंद कठोलिया
  • संगीतकार : मनहरण साहू

स्थायी

हो मईया छत्तीसगढ़हीन 

सुमर सुमर गुन गावौ हो माँ

हो मईया छत्तीसगढ़हीन 

सुमर सुमर गुन गावौ हो माँ

हो मईया छत्तीसगढ़हीन 

सुमर सुमर गुन गावौ हो माँ



अंतरा 1

ओती कोती रतनपुरहीन

ओती कोती रतनपुरहीन

बुड़ती कोती डोंगरगढ़हीन

बुड़ती कोती डोंगरगढ़हीन

चईत कुंआर में मेला भराऐ

चईत कुंआर में मेला भराऐ

शोभा बरनी ना जाऐ

हो मईया छत्तीसगढ़हीन 

सुमर सुमर गुन गावौ हो माँ



अंतरा 2

रकसहूं कोती बस्तरहीन दाई

रकसहूं कोती बस्तरहीन दाई

भंडार कोती खैरागढ़हीन

भंडार कोती खैरागढ़हीन

रायगढ़हीन अऊ नैनागढ़हीन 

रायगढ़हीन अऊ नैनागढ़हीन 

रायपुरहीन मनावव

हो मईया छत्तीसगढ़हीन 

सुमर सुमर गुन गावौ हो माँ



अंतरा 3

गढ़ धमतरी के माता बिलाई

गढ़ धमतरी के माता बिलाई

अंतागढ़हीन अंबा गढ़हीन

अंतागढ़हीन अंबा गढ़हीन

नांद गांव के शीतला दाई

नांद गांव के शीतला दाई

जय जय जय गोहरावव

हो मईया छत्तीसगढ़हीन 

सुमर सुमर गुन गावौ हो माँ



अंतरा 4

जग रचे हावौ डीही डोंगर में

जग रचे हावौ डीही डोंगर में

छत्तीसगढ़ परमानंद परिवार

छत्तीसगढ़ परमानंद परिवार

परमानंद कठोलिया कहिथे

परमानंद कठोलिया कहिथे

छत्तीसगढ़ संवारव

हो मईया छत्तीसगढ़हीन 

सुमर सुमर गुन गावौ हो माँ

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