तोर सरन हंव भोला शंकर – कांतिकार्तिक | TOR SARAN HAV SHANKAR BHOLA LYRICS

तोर सरन हंव भोला शंकर 
TOR SARAN HAV SHANKAR BHOLA LYRICS
CG SHIV BHAJAN LYRICS
  • गीत – तोर सरन हंव भोला शंकर
  • स्वर – कांतिकार्तिक यादव
  • गीतकार – शोभामोहन श्रीवास्तव
  • संगीत – ओपी देवांगन
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी शिव भजन
  • लेबल – कोक क्रिएशन

स्थायी
तोर सरन हंव शंकर भोला
राम भक्ति दे मोला
तोर सरन हंव शंकर भोला
राम भक्ति दे मोला

तैं चित्य प्रभु तीनो पुर ला
तैं नित्य प्रभु तीनो पुर ला
बईठे मनग अबोला

अंतरा 1
रति पति के हे भसम करईया आरूग बुध दे मोला
लहर लगा दे भगती जगा दे ये जग आगी गोला
हो कासी वासी जगत उदासी पार लगा दे चोला
कोन परम पद पाथे जोगी मैं नई जानव ओला

तैं चित्य प्रभु तीनो पुर ला
तैं नित्य प्रभु तीनो पुर ला
बईठे मनग अबोला

अंतरा 2
हे कैलाशी भव दुख नाशी सुमिरत हावौ तोला
भाग उवीस तब जनम मिले हे मनखे दे हे मोला
हो सदा शरण तोर कांतिकार्तिक हे अविनाशी भोला
अउ झन भटकै शोभा मोहन बदलत बदलत चोला

तैं चित्य प्रभु तीनो पुर ला
तैं नित्य प्रभु तीनो पुर ला
बईठे मनग अबोला

तोर सरन हंव शंकर भोला
राम भक्ति दे मोला
तोर सरन हंव शंकर भोला
राम भक्ति दे मोला

तैं चित्य प्रभु तीनो पुर ला
तैं नित्य प्रभु तीनो पुर ला
बईठे मनग अबोला

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