कोरबा के मड़वारानी Korba Ke Madwarani Lyrics – Kantikartik Yadav Jas Geet

कोरबा के मड़वारानी

Korba Ke Madwarani Lyrics

Kantikartik Yadav Jas Geet

  • गीत – कोरबा के मड़वारानी
  • स्वर – कांतिकार्तिक यादव
  • गीतकार – मौनी लाला
  • संगीत – ओपी देवांगन
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
  • लेबल – कोक क्रिएशन

स्थायी
हरदाही मड़वा ला बिसार के
अटल कुंवारी दाई सार के
हरदाही मड़वा ला बिसार के
अटल कुंवारी दाई सार के
बरपाली गांव के परबत हा पिंवरागे हो
कोरबा के तीर म मड़वा रानी हा आगे हो

अंतरा 1
कइयो बछर के किस्सा हावै
लागे अड़बड प्यारी
पाली राजा गोड़ के बेटी
रूप गुण के हे भंडारी

बेरा के संग संग बेरा बाढ़े
आगे बिहाव के पारी
ऐके रात म होही बिहाव हा
रीत बनाए परिवारी

कोन जनी कईसे दुल्हा पछवागे हो
बरपाली गांव के परबत हा पिंवरागे हो
कोरबा के तीर म मड़वा रानी हा आगे हो

अंतरा 2
मने मन मा माता रिसागे
धर मड़वा ला बिसराथे
बरपाली गांव के परबत म
पियंर पिवरी धोवाथे

तेखरे सेती उही परबत हा
रंग हरदी म हरदाथे
मड़वा ला छोड़ के आए के सेती
मड़वा रानी कहाथे

दया दान संग धरम के जोत हा जागे हो
दया दान संग धरम के जोत हा जागे हो
बरपाली गांव के परबत हा पिंवरागे हो
कोरबा के तीर म मड़वा रानी हा आगे हो

अंतरा 3
पंच तत्व के काया ले
माया सिरजाए भारी
पांचे बहिनी पांचे पिंड हा
कलमी रूख म हे वारी

झरझर झरझर झरना बोहाथे
झरना रहे बलिहारी
चरण पखारत बोहाए सुग्घर
कलमी के रूख हे प्यारी
झरना बोहावत धरती म गरदागे हो
झरना बोहावत धरती म गरदागे हो
बरपाली गांव के परबत हा पिंवरागे हो
कोरबा के तीर म मड़वा रानी हा आगे हो

अंतरा 4
अनहोनी अलहन ले बचाए बर
सउहे आथे महतारी
कभु डोकरी त कभु छोकरी के
रूप धरे मनोहारी

आशा अउ विश्वास हा बाढ़े
दर्शन करे नर नारी
चईत कुंवार म मेला भराथे
जय हो अटल कुंवारी

मौनी लाला के कलम ले कथा लिखागे हो
कांतिकार्तिक गीत के सुर म बंधागे हो
बरपाली गांव के परबत हा पिंवरागे हो
कोरबा के तीर म मड़वा रानी हा आगे हो

हरदाही मड़वा ला बिसार के
अटल कुंवारी दाई सार के
हरदाही मड़वा ला बिसार के
अटल कुंवारी दाई सार के
बरपाली गांव के परबत हा पिंवरागे हो
कोरबा के तीर म मड़वा रानी हा आगे हो

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