झूलिया बंधागे वो – दिलीप षड़ंगी | JHULIYA BANDHAGE WO LYRICS

 

 झूलिया बंधागे वो
JHULIYA BANDHAGE WO LYRICS
JAS GEET LYRICS 


 

  • गीत – झूलिया बंधागे वो
  • स्वर – दिलीप षड़ंगी
  • गीतकार – 
  • संगीत – 
  • एल्बम – आमा पान के पतरी
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
  • लेबल – सुन्दरानी


 

तन झूलै संग गावै मन

महमह महके चंदन बन

तन झूलै संग गावै मन

महमह महके चंदन बन

 

स्थायी

झूलिया बंधागे वो………

झूलिया बंधागे वो

अमुवा के डार म झूलिया बंधागे वो

 

झूलत हे मनका माई वो…..

मोर खोखरा वाली

झूलत हे मनका माई वो

झूलिया बंधागे वो………

 

अंतरा 1

सात बहिनिया झूला झूलावै भैरव बाबा नाचै

छमछमाछम छम्मक छम

डमरू बाजै डम्मक डम

छमछमाछम छम्मक छम

डमरू बाजै डम्मक डम

सात बहिनिया झूला झूलावै भैरव बाबा नाचै

चौषठ जोगनी ताल मिलावै सरस्वती पोथी बाचै

गणपति मांदर बजाए 

होयहोय होयहोय होय…….

गणपति मांदर बजाए 

अमुवा के डार म झूलिया बंधागे वो

 

अंतरा 2

केश संवारै मडवा रानी मुकुट धरै समलाई

मुकुट धरै समलाई ओ दाई चांपा के समलाई

तिलक लगावै हरदी के महामाया गोदना गोदै कोसलाई

गोदना गोदै कोसलाई ओ दाई छूरी के कोसलाई

सर्वमंगला काजर अंजाए 

अमुवा के डार म झूलिया बंधागे वो

झूलिया बंधागे वो………

 

अंतरा 3

सरई सिंगार के दुर्गा माई चुन चुन के फूल लानै

जांजगीर के शीतला माई फूल माला ला बनावै

केकती मोगरा अउ मंदार

सुग्घर सोहत हे मनहार

केकती मोगरा अउ मंदार

सुग्घर सोहत हे मनहार

सरई सिंगार के दुर्गा माई चुन चुन के फूल लानै

जांजगीर के शीतला माई फूल माला ला बनावै

भाठा दुवारी के तिरपुर सुन्दरी गज मोतिन पहिरावै

जय जय दुर्गे दुर्गा दाई मया ला सुग्घर सजावै

अंधारी माहाउर लगाए……

होयहोय होयहोय होय…….

अंधारी माहाउर लगाए

पहरिया वाली अंधारी माहाउर लगाए

झूलिया बंधागे वो अमुवा के डार म

झूलिया बंधागे वो………

 

झूलत हे मनका माई वो…  मोर खोखरा वाली

झूलत हे मनका माई वो

झूलिया बंधागे वो………

झूलिया बंधागे वो अमुवा के डार म

झूलिया बंधागे वो………

अमुवा के डार म

झूलिया बंधागे वो………


 

Leave a comment

x
error: Content is protected !!