💕 ले लेवव नवदुर्गा दाई आरती जोहार 💕
🌹 LE LEVAV NAV DURGA DAI AARTI JOHAR LYRICS🌹
🎵 JAS GEET LYRICS 🎵
- गीत – ले लेवव नवदुर्गा दाई आरती जोहार
- स्वर – कांतिकार्तिक यादव
- गीतकार – ईश्वर साहूं बंधी जी
- संगीत – ओपी देवांगन
- प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
- लेबल – कोक क्रिएशन
स्थायी
यहो ले लेवव नव दुर्गा दाई आरती जोहार
यहो ले लेवव हो महामाई आरती जोहार
ब्रम्हा विष्णु शिव जी संघरौ संग म हमार
ब्रम्हा विष्णु शिव जी संघरौ संग म हमार
अंतरा 1
पहली आरती तोरे शैलपुत्री दाई वो
पर्वत कैलाश के बेटी झोकौ पहुनाई वो
अंतस म भान जगा दे सत श्वेत सार
अंतस म भान जगा दे सत श्वेत सार
अंतरा 2
दुसर आरती ब्रम्हचारणी हे दाई वो
अनंत अथाह बिराजे सरलग आवाजाही वो
जिनगी म भर दे शक्ति करम अपार
जिनगी म भर दे शक्ति करम अपार
अंतरा 3
तीसर आरती वो दाई चन्द्रघण्टा हे तोर
छितिर बितिर मन ला दाई एक ठउर ला दे मोर
मन चित ला ऊंच बना दे सुख दुख ले पार
मन चित ला ऊंच बना दे सुख दुख ले पार
अंतरा 4
चौथे आरती तोरे कूष्मांडा दाई वो
तही प्राण शक्ति सब के सृष्टि सिरजाई वो
भाए तोला हो पिवरा रंग जयकार
भाए तोला हो पिवरा रंग जयकार
अंतरा 5
पांचवे आरती तोरे स्कंदमाता वो
ज्ञान अउ करम के सार शक्ति के दाता वो
सुफल सजादे सगरो जिनगी हमार
सुफल सजादे सगरो जिनगी हमार
अंतरा 6
छठे आरती तोरे कात्यायनी माता वो
बने ला बनाए सुग्घर गिनहा के नासा वो
दुनिया संयम ले ठाढ़े तोरे दुवार
दुनिया संयम ले ठाढ़े तोरे दुवार
अंतरा 7
सात आरती तोरे कालरात्रि दाई वो
रूप बिकराल तभो ले ममतामई माई वो
जिनगी म ज्योत जगा दे ज्ञान विस्तार
जिनगी म ज्योत जगा दे ज्ञान विस्तार
अंतरा 8
आठे आरती तोरे महागौरी माई वो
शीतला सुन्दर करूणा के तही सुख दाई वो
लोक परलोक पुरादे प्रगति अपार
लोक परलोक पुरादे प्रगति अपार
अंतरा 9
नवमी आरती सिद्धिदात्री मोर दाई वो
मन ले उपजे ले पहली आस पुराई वो
मया पिरित सुख सुम्मत दे जग उजियार
मया पिरित सुख सुम्मत दे जग उजियार
यहो ले लेवव नव दुर्गा दाई आरती जोहार
यहो ले लेवव हो महामाई आरती जोहार
यहो ले लेवव हो बमलाई दाई आरती जोहार
यहो ले लेवव हो हिंगलाज वो दाई आरती जोहार
यहो ले लेवव कंकालिन दाई आरती जोहार
यहो ले लेवव हो शीतला दाई आरती जोहार
यहो ले लेवव हो शारद माई आरती जोहार
यहो ले लेवव हो चण्डी माई आरती जोहार
यहो ले लेवव हो बुढ़ी माई आरती जोहार
यहो ले लेवव दंतेसरी दाई आरती जोहार
यहो ले लेवव हो महामाई आरती जोहार