Jayanti Ma Panti Nachav Lyrics
Dukalu Yadav Panthi Geet Lyrics
- गीत – जयंती म पंथी नाचव
- स्वर – दुकालू यादव
- गीत – नंदकुमार वर्मा ‘नंदगइहा’
- संगीत – ओ पी देवांगन
- लेबल – 360India
जैतखाम हा सत बर खड़े
ध्वजा श्वेत लहराए
गिरौदपुरी के धाम हा
सत के जस बगराए
स्थायी
जयंती म बाबा तोर पंथी नाचव
जयंती म गुरू तोर पंथी नाचव
साहेब तोरेच चेला हरौ
साहेब तोरेच चेला हरौ
साहेब तोरेच चेला हरौ
जयंती म बाबा तोर पंथी नाचव
जयंती म गुरू तोर पंथी नाचव
अंतरा 1
सादा के धोती हाथ म गजरा
पहिरे देखौ जी नाचत हे संघरा
मांग महिना तिथि हावै अठरा
तन ल रमा लौ लगन के जतरा
बाबा मैं तोरेच गुण ला गावौ
बाबा तोरेच गुण ला गावौ
जयंती म बाबा तोर पंथी नाचव
जयंती म गुरू तोर पंथी नाचव
अंतरा 2
मुख म गुरू के नाम हा बसे
अंग अंग म सतनाम हा रसे
दम दम दम मांदर झांझ बजे
मच मच के मीनार रचे
सादा के बाबा ध्वजा लहराव
सादा के बाबा ध्वजा लहराव
जयंती म बाबा तोर पंथी नाचव
जयंती म गुरू तोर पंथी नाचव
अंतरा 3
गुंजे सबो जगा सतनाम के गोठ हा
सुन पातर अउ सुन गा मोटहा
सत के संदेशा बगरे हे पोटहा
भजत हे सत ल सब के होंठ हा
नंदगइहा ला चरण राखौ
नंदगइहा ला चरण राखौ
जयंती म बाबा तोर पंथी नाचव
जयंती म गुरू तोर पंथी नाचव
साहेब तोरेच चेला हरौ
साहेब तोरेच चेला हरौ
साहेब तोरेच चेला हरौ
जयंती म बाबा तोर पंथी नाचव
जयंती म गुरू तोर पंथी नाचव