दुलौरिन दाई ओ Dulaurin Dai O Lyrics | CG OLD JAS GEET

 दुलौरिन दाई ओ पुराना जस गीत लिरिक्स 
| Dulaurin Dai O Lyrics |
| Old Jas Geet |
  • गीत : दुलौरिन दाई ओ
  • गायक : दुकालू यादव
  • गीतकार : दुकालू यादव
  • संगीतकार : दुकालू यादव
  • लेबल : केके कैसेट

 

स्थायी
ऐ दुलौरिन दाई ओ जिनगी हावै दिन चार
जिनगी हावै दिन चार
ऐ दुलौरिन दाई ओ जिनगी हावै दिन चार
जिनगी हावै दिन चार
हो का करनी का करम करे हन
हो का करनी का करम करे हन
करजा हावै मोर उधार
जिनगी हावै दिन चार
 
अंतरा 1
ममता के देवी तोला कईथे गंगा जइसन ममता हा बहिथे
हो जइसे बछरू गइया बिना गा पानी बिना मछरी तड़पत रहिथे
हो बन के दुलौरिन सउहत आये
हो बन के दुलौरिन सउहत आये
बाटे मया अउ दुलार 
जिनगी हावै दिन चार
 
अंतरा 2
मन के कलपना ला का बतावव कइसे दाई तोला मनावव
हो लगन के दीयाना भाव के बाती अंगना मा दाई तोर जलावव
हो राजा चढ़ाथे हीरा अउ मोती
हो राजा चढ़ाथे हीरा अउ मोती
मैं हा चघावव फूल हार
जिनगी हावै दिन चार
 
अंतरा 3
तोर मोर नता जनम जनम के करनी कमायेव मोर करम के
हो करजा छुटे बर सात जनम के धरम निभायेव मोर धरम के
हो दूध पीये हौ महतारी के 
हो दूध पीये हौ महतारी के 
कोख ले लियेव अवतार
जिनगी हावै दिन चार
 
अंतरा 4
तोर बिना मोला कुछु नई सुहाये रात दिन तोर सुरता समाये
हो दाई दुलौरिन के मया हा भाये भाव भक्ति में दिन मोर पहाये
हो ऐकरे सेती नवरात्री में
हो एकरे सेती नवरात्री में
पारत हौ मै गोहार 
जिनगी हावै दिन चार
 
अंतरा 5
निच्चट अनपड़ अड़हा दुलरवा आये हे दाई सेवा गवईया
हो दुर्गा दुलौरिन शारदा मैया तिही हावस ओ सब के चिन्हैया
हो प्रेम अजय संग दाई दुलौरिन 
हो प्रेम अजय संग दाई दुलौरिन
कोसरिया ला लेबे तार
जिनगी हावै दिन चार
ये दुलौरिन दाई ओ 
जिनगी हावै दिन चार
जिनगी हावै दिन चार
हो का करनी का करम करे हन
हो का करनी का करम करे हन
करजा हावै मोर उधार
जिनगी हावै दिन चार

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