भंवरदाह के भांवरी दाई – कांतिकार्तिक यादव | BHAWARDAH KE BHANWRI DAI LYRICS | KANTIKARTIK JAS GEET LYRICS

 💕 भंवरदाह के भांवरी दाई  💕
🌹 BHAWARDAH KE BHANWRI DAI LYRICS 🌹
🎵 KANTIKARTIK JAS GEET LYRICS 🎵

 

  • गीत – भंवरदाह के भांवरी दाई
  • स्वर – कांतिकार्तिक यादव
  • गीतकार – मिनेश कुमार साहू जी
  • संगीत – ओपी देवांगन
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत  
  • लेबल – कोक क्रिएशन



स्थायी

झूंझकुर झाड़ी डोंगरी पहाड़ी

पथरा ऊपर म आड़ा आड़ी

आसन अपन जमाए ओ

भंवरदाह के भांवरी दाई

लीला अजब देखाए ओ

झूंझकुर झाड़ी डोंगरी पहाड़ी

पथरा ऊपर म आड़ा आड़ी

आसन अपन जमाए ओ

भंवरदाह के भांवरी दाई

लीला अजब देखाए ओ



अंतरा 1

कथा कहानी नोहै संगी बात हरे सिरतोन

गंडई गढ़ के रानी रिहिस हे लक्ष्मी बाई गोड़

गढ़ मंडला ले किला छियासी राखिन सुग्धर जोड़

कांचा उमर म विधवा होगे विपत के आगे मोड़

जिनगी लागै दुख ले दुबर

बेटा रणधीर ससूर तरवर

सिंह संग राज चलाए ओ



अंतरा 2

बछर बीत के अईसे जईसे दिन बीते हे गिन गिन

बड़े फजर असनांदे नर्मदा पूजा करे वो निशदिन

ससुर सियाने लईका नांन्हे विपत हा आगे गउकिन

राजपाठ अउ रानी ऊपर नजर लगाईन एक दिन

झिंम झाम अउ बड़े फजर ले

आंखी गाढ़े नांन्हे नजर ले

खैरागढ़ के राजा आए ओ



अंतरा 3

हाथी घोड़वा के सेना अनगित राजा के तीर म भारी रहै

बंदी बना लिन रानी ला सैनिक राजा के बन बिसुवार कहै

खबर पठोईन राज महल म युद्ध करौ हमरो संग कहै

कमती सेना गंड़ई राजा के गुनत बिनै देवी ले कहै

कुल देवी माई गंगई भांवरी

लाज बचा के आके दुवारी

सुमिरन करत बलाए ओ



अंतरा 4

भांवरदाह ले निकलिस भांवरी खमखम खमखम भारी गा

कटकटाकट चाबिर भांवर भागिस हे दुराचारी गा

उही बेरा ले बोवाथे जंवारा चईत महिना अंधियारी गा

सुमिरन ले ओ सउहे आथे आजो राजा दुवारी गा

बड़ भागी ए भुईया अउ देश

कांतिकार्तिक के संग म मिनेश

तोर आशीष ला पाए ओ

झूंझकुर झाड़ी डोंगरी पहाड़ी

पथरा ऊपर म आड़ा आड़ी

आसन अपन जमाए ओ

भंवरदाह के भांवरी दाई

लीला अजब देखाए ओ



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