आगे मईया के नवरात जगमग ज्योत जंवारा Aage Maiya Ke Navratri jagmag jyot jawara Lyrics | दुकालू यादव जस गीत

आगे मईया के नवरात 
 Aage Maiya Ke Navratri jagmag jyot jawara Lyrics
🌷दुकालू यादव जस गीत🌷
  • गीत : आगे मईया के नवरात 
  • गायक : दुकालू यादव
  • गीतकार : दुकालू यादव
  • संगीतकार : दुकालू यादव
  • लेबल : सुन्दरानी

 

स्थायी

 

आगे मईया के नवरात जगमग जोत जंवारा हो
आगे मईया के नवरात जगमग जोत जंवारा हो
जगमग जोत जंवारा हो जगमग जोत जंवारा हो
सुग्घर मईया के दरबार जगमग जोत जंवारा हो
अंतरा 1
 
सुरहिन गईया के गोबर में सुग्घर भुवन लिपाये
चंपा चमेली केकती केवरा शोभा बरनी ना जाये
गंगा जमुना सरस्वती हा तोर दरस बर आये
इक्कीस बहिनी सातो बहिनिया जोगनी संग मे लाये
जागे भगतन मन के भाग,  जागे भगतन मन के भाग
जागे भगतन मन के भाग, जागे भगतन मन के भाग
जागे भगतन मन के भाग, जगमग जोत जंवारा हो
अंतरा 2
 
ज्योति कलश हा तोर भुवन में सुरूज बरन बरत हे
जौदीप प्रकटे महामाया अगम रूप दर्शत हे
ध्यानु भगत हा तोरे चरण मे आके सेवा करत हे
हिंगलाजनी ज्वाला मईया शीतला रूप दिखत हे
राखो महामाया जी लाज राखो महामाया जी लाज
राखो महामाया जी लाज राखो महामाया जी लाज
राखो महामाया जी लाज जगमग जोत जंवारा हो
अंतरा 3
 
जगजननी दुख हरनी माया जगत के पालनहारी
ब्रम्हा विष्णु शिव करे आरती देवन शरण तुम्हारी
शाकम्भरी भुवनेश्वरी माता महामाया अवतारी
महाविद्या हो शताक्षी काली बगलामुखी हो भारी
जागे देवन मन के भाग जागे देवन मन के भाग
जागे देवन मन के भाग जागे देवन मन के भाग
जागे देवन मन के भाग जगमग जोत जंवारा हो
जगमग जोत जंवारा हो जगमग जोत जंवारा हो
सुग्घर मईया के दरबार जगमग जोत जंवारा हो
आगे मईया के नवराज जगमग जोत जंवारा हो

 

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