तोर दर्शन पायेव ओ Tor Darshan Payeo O Lyrics – Dukalu Yadav

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 स्थायी 

तोर दर्शन पायेव ओ नव कलशा मे महामायी
तोर दर्शन पायेव ओ नव कलशा मे महामायी
हो नव कलशा मे महामायी
नव कलशा मे महामायी
अंतरा 1
यहो कुंभरा घर ले जब परघा के नव ठन करसा लायेव ओ
करके अचमन गंगा जल ले पाठ उऊ पिढ़ली बिछायेव ओ
हुंम अगियारी दे के भवानी आसन मा बईठारेव ओ
घी के दियना जोत जला के पान सुपारी चघायेव ओ
तोला गोहरावव ओ नव कलशा मे महामायी
हो नव कलश मे महामायी
नव कलशा मे महामायी
अंतरा 2
यहो एकम एक कलश मे देखौ शैलपुत्री शिव रानी ओ
यहो दुजे दुसर कलशा मे देखौ ब्रम्हचारणी भवानी ओ
यहो तीजे तीसर कलशा मे देखौ चंद्रघंटा जगरानी ओ
यहो चौथे चौथवा कलश मे देखौ कुष्मांडा वरदानी ओ
पांचवे स्कंद मायी ओ नव कलशा मे महमायी
हो नव कलशा मे महामायी
नव कलशा मे महामायी
अंतरा 3
यहो छट के छटवा कलश मे देखौ मै कात्यायणी दाई ओ
यहो सात सांतवा कलश मे देखौ मै कालरात्री महामायी ओ
यहो आठे आठवा कलश मे देखौ महागौरी समलाई हो
नवमी नौवा कलश मे देखो सिद्धिदात्री बमलाई ओ
तै करबे सहाई ओ नव कलशा मे महामायी
हो नव कलशा मे महामायी
नव कलशा मे महामायी
अंतरा 4
यहो करीस सुमरनी नव दुर्गा के रामचंद्र धनुर्धारी ओ
यहो परसन हो नव कलशा मे आ के नव शक्ति अवतारी हो
दर्शन पाईस श्री राम जी देखिस नव महतारी ओ
नव दिन नवरात पूजा करे तब सेउक प्रेम अनारी ओ
तोरे आरती उतारंव ओ नव कलशा मे महामायी
हो नव कलशा मे महामायी
नव कलशा मे महामायी
हो महामायी
हो नवदुर्गा दाई

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