मोर खेती खार रून झुन – लक्ष्मण मस्तुरिहा | MOR KHETI KHAR RUN JHUN LYRICS

मोर खेती खार रून झुन 
MOR KHETI KHAR RUN JHUN LYRICS
OLD CG SONG LYRICS
  • गीत – मोर खेती खार
  • स्वर – कविता वासनिक, अल्का चंद्राकार, लक्ष्मण मस्तुरिहा
  • गीतकार – लक्ष्मण मस्तूरिहा
  • संगीत – बब्बी – कार्तिक
  • लेबल – टी सी म्यूजिक 
  • फिल्म – मया मंजरी
  • पुराना छत्तीसगढ़ी गीत

स्थायी

मोर खेती खार रून झुन
मन भौरा नाचे झूम झूम
किंदर के आबे चिरईया रे
किंदर के आबे चिरईया रे

मोर पैरी बाजे छुम छुम
मन भौरा नाचे झूम झूम
किंदर के आबे मोर भौरा रे
किंदर के आबे मोर भौरा रे

अंतरा 1
हरियर हरियर बंमरी म सोन के खिनवा
आगे सांझ सोनहा आ जाबे हितवा
हरियर हरियर बंमरी म सोन के खिनवा
आगे सांझ सोनहा आ जाबे हितवा
तैं जारे गर्रा जाए संगे म पानी लाबे
किंदर के आबे मोर भौरा रे
किंदर के आबे मोर भौरा रे

अंतरा 2
गईहर संग संग नाचे मोर करिया करिया बादर
मुड़ ढाके चंदा मल मल के लुगरा झांझर
गईहर संग संग नाचे मोर करिया करिया बादर
मुड़ ढाके चंदा मल मल के लुगरा झांझर
लजागे जोगनी हा लुकागे पोखरी हा
किंदर के आबे मोर भौरा रे
किंदर के आबे मोर भौरा रे

अंतरा 3
जनम जीवन के मोर जीवर धन मोर मन के आधार
रानी केसर मोर बगिया के फूल गोंदा छतनार
जनम जीवन के मोर जीवर धन मोर मन के आधार
रानी केसर मोर बगिया के फूल गोंदा छतनार
रहिबो रे दुनो संग संग
जस गंगा जमुना संग संग
किंदर के आबे मोर भौरा रे
किंदर के आबे मोर भौरा रे

मोर खेती खार रून झुन
मन भौरा नाचे झूम झूम
किंदर के आबे चिरईया रे
किंदर के आबे चिरईया रे

मोर पैरी बाजे छुम छुम मन भौरा
मन भौरा नाचे झूम झूम
किंदर के आबे मोर भौरा रे
किंदर के आबे मोर भौरा रे

किंदर के आबे चिरईया रे
किंदर के आबे मोर भौरा रे
किंदर के आबे चिरईया रे
किंदर के आबे मोर भौरा रे

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