कौन बरन के हरदी – तेल हरदी गीत – छत्तीसगढ़ी बिहाव गीत | Kaun Baran Ke Hardi Lyrics | CG BIHAV GEET LYRICS

कौन बरन के हरदी
तेल हरदी गीत – छत्तीसगढ़ी बिहाव गीत 
Kaun Baran Ke Hardi Lyrics
CG BIHAV GEET LYRICS
  •  गीत – कौन बरन के हरदी
  • स्वर – अल्का चन्द्राकर
  • गीत संकलन – रामनारायण ध्रुवे, माधव चन्द्राकर
  • संगीतकार – रामनारायण ध्रुवे, माधव चन्द्राकर
  • लेबल – अम्बा म्यूजिक छत्तीसगढ़
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी बिहाव गीत
  • तेल हरदी गीत


 

कौन बरन के 

कौन बरन के वो हरदी बने हे

दाई हरदी बने हे 

कौन बदन बाबू लिये वो चढ़ाए

 

पिउरा बरन के 

पिउरा बरन के वो हरदी बने हे

वो हरदी बने हे

गोरा बदन बाबू लिये वो चढ़ाए

 

अंतरा 1

कउन चढ़ावै

कउन चढ़ावै हो तेल अउ हरदी

हो तेल अउ हरदी

कउन ओढ़ावै तोला अछरा के छोर

 

फूफू चढ़ावै 

फूफू चढ़ावै हो तेल अउ हरदी

हो तेल अउ हरदी

दाई ओढ़ावै तोला अछरा के छोर

 

अंतरा 2

भौजी चढ़ावै 

भाजी चढ़ावै हो तीन तेल हरदी

हो तीन तेल हरदी

बूढ़ी माई देवै तोरे माथ मा आशीष

 

संगी चढ़ावै

संगी चढ़ावै हो पांच तेल हरदी

हो पांच तेल हरदी

सात तेल बाबू तोर बदन कुम्भलाए

 

अंतरा 3

आमा अमली के 

आमा अमली के दाई शीतल छंईहा

दाई शीतल छंईहा

कर देबे फूफू तोर अछरा के छांव

 

दाई के अंछरा 

दाई के अंछारा हो अगिन बरत हे

हो अगिन बरत हे

फूफू के अचरा मोर इंदरी जुड़ाए

 

अंतरा 4

डोंगरी पहाड़े 

डोगरी पहाड़े दीदी घनर चलत हे

दीदी घनर चलत हे

पेर देबे तेलिया मोर कच्चा तीली के तेल

 

हमरे दुलरवा 

हमरे दुलरवा हो नई बांधे मउरे

हो नई बांधे मउरे

नई सहे तेलिया तोर कच्चा तीली के तेल

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