आजा बनके दुल्हनिया – कांतिकार्तिक | AAJA BANKE DULHANIYA LYRICS | KANTIKARTIK CG SONG

आजा बनके दुल्हनिया 

AAJA BANKE DULHANIYA LYRICS 

KANTIKARTIK CG SONG

  • गीत – आजा बनके दुल्हनिया
  • स्वर – कांतिकार्तिक यादव
  • गीतकार – आदित्य साहू
  • संगीत – ओ पी देवांगन
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी नया गीत
  • लेबल – कोक क्रिएशन

स्थायी
मोर दिल म तोर रूप बसा डारे हंव
तोला मन के छांव धूप बना डारे हंव
मोर दिल म तोर रूप बसा डारे हंव
तोला मन के छांव धूप बना डारे हंव

आजा बनके दुल्हनिया तैं संगवारी
आजा बनके दुल्हनिया तैं संगवारी
अपन अंगना ला तोर बर सजा डारें हंव
मोर दिल म तोर रूप बसा डारे हंव
तोला मन के छांव धूप बना डारे हंव

अंतरा 1
करत अगोरा तोर बईठे रहिथौ जी
तोला पता का मैं कईसे रहिथौ जी
करत अगोरा तोर बईठे रहिथौ जी
तोला पता का मैं कईसे रहिथौ जी

तोरे रिसाई म तोरे रिझाई म
तोरे लजाई म तोरे हंसाई म
अपन सुध बुध ला तोर मया म बिसराए हंव
मोर दिल म तोर रूप बसा डारे हंव
तोला मन के छांव धूप बना डारे हंव

अंतरा 2
आंखी के काजर तोर मारत हे ताना रे
कान के दौना तोर करे दीवाना रे
हो आंखी के काजर तोर मारत हे ताना रे
कान के दौना तोर करे दीवाना रे

देखत रहिथौ तोर आना अउ जाना ला
संझा बिहनिया मैं गावव तोर गाना ला
पिवरा रंग म मन ला संगी मन ला मता डारे हंव
मोर दिल म तोर रूप बसा डारे हंव
तोला मन के छांव धूप बना डारे हंव
मोर दिल म तोर रूप बसा डारे हंव
तोला मन के छांव धूप बना डारे हंव

आजा बनके दुल्हनिया तैं संगवारी
आजा बनके दुल्हनिया तैं संगवारी
अपन अंगना ला तोर बर सजा डारें हंव
मोर दिल म तोर रूप बसा डारे हंव
तोला मन के छांव धूप बना डारे हंव

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