तोर गुरतुर बोली हा – सुनील सोनी, चम्पा निषाद | TOR GURTUR BOLI HA LYRICS

तोर गुरतुर बोली हा

TOR GURTUR BOLI HA LYRICS

  • गीत – तोर गुरतुर बोली हा
  • स्वर – सुनील सोनी, चम्पा निषाद
  • गीतकार – शैलेन्द्र टंडन
  • संगीत – शैलेन्द्र टंडन
  • प्रकार – New CG Song 
  • लेबल – S SERIES ( CG MELODY )


स्थायी
तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे
तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे
तोरे बर मोला अबड़ प्रीत लागे
तोरे बर मोला अबड़ प्रीत लागे

तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे
तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे
तोरे बर मोला अबड़ प्रीत लागे
तोरे बर मोला अबड़ प्रीत लागे

अंतरा 1
कईसे बतावव तोर बिन जिनगी हे कईसे
बिन पानी के मछरी हे जईसे
हां कईसे कहौ मैं कोन ला सुनावव
दिल के भेद ला कईसे छुवावव
दिल के भेद ला कईसे छुवावव

तोरे भाखा हा मोला गीत लागे
तोरे भाखा हा मोला गीत लागे
तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे
तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे

अंतरा 2
तोरे सुरता आथे रे मोला
जब जब चले बैरी पवन झकोरा
हां छिन छिन मन मोरे लागत हे अईसे
पाए बर तोला तरसत हे चोला
पाए बर तोला तरसत हे चोला

तही हा मोर मन मीत लागे
तही हा मोर मन मीत लागे
तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे
तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे

अंतरा 3
तोर नजर के जादू हे अईसे
बिन पीए मतागेंव मैं कईसे
लागे हे अईसे तोर भोली सुरतिया
धूम में चमके संगमरमर के जईसे

अब तो मोर हार म भी जीत लागे
अब तो मोर हार म भी जीत लागे
तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे
तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे
तोरे बर मोला अबड़ प्रीत लागे
तोरे बर मोला अबड़ प्रीत लागे

तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे
तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे
तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे
तोर गुरतुर बोली हा गजब निक लागे

Leave a comment

x
error: Content is protected !!