पार्वती बोली भोले से ऐसा महल बना देना – जया किशोरी | PARVATI BOLI BHOLE SE AISA MAHAL BANA DENA LYRICS

💕 पार्वती बोली भोले से 💕
🌹 PARVATI BOLI BHOLE SE AISA MAHAL BANA DENA LYRICS 🌹
🎵 JAYA KISHORI BHAJAN LYRICS 🎵



स्थायी
पार्वती बोली भोले से
पार्वती बोली भोले से
पार्वती बोली भोले से ऐसा महल बना देना
कोई भी देखे तो बोले क्या कहना भई क्या कहना

पार्वती बोली भोले से
पार्वती बोली भोले से
पार्वती बोली भोले से ऐसा महल बना देना
कोई भी देखे तो बोले क्या कहना भई क्या कहना

अंतरा 1
पार्वती से बोली भोले तेरे मन में धीर नहीं
पार्वती से बोली भोले तेरे मन में धीर नहीं
इन कुचे महलों में रहना ये अपनी तकदीर नहीं
करूँ तपस्या मैं पर्वत पर
करूँ तपस्या मैं पर्वत पर
हमें महल से क्या लेना
कोई भी देखे तो बोले क्या कहना भई क्या कहना

अंतरा 2
सोना चांदी हीरे मोती चमक रहे हो चम चम चम
दास दासिया भरे हाजरी मेरी सेवा में हर दम
बिना इजाजत कोई ना आए
बिना इजाजत कोई ना आए
पहरे दार बिठा देना
कोई भी देखे तो बोले क्या कहना भई क्या कहना

अंतरा 3
पार्वती के ज़िद के आगे भोले बाबा हार गए
सुन्दर महल बनाने खातिर विश्वकर्मा तैयार हुए
पार्वती लक्ष्मी से बोली
पार्वती लक्ष्मी से बोली
गृह प्रवेश में आ जाना
कोई भी देखे तो बोले क्या कहना भई क्या कहना

अंतरा 4
गृह प्रवेश करवाने खातिर पंडित जी बुलवाए गए
विश्रवा बड़ा ही ज्ञानी गृह प्रवेश करवाए रवे
सुन्दर महल बना सोना का हो
सुन्दर महल बना सोना का
इसे दान में दे देना
कोई भी देखे तो बोले क्या कहना भई क्या कहना

अंतरा 5
जिसकी जो तकदीर है समझो बस उतना ही मिलता है
मालिक की मर्जी बिना तो पत्ता तक नही हिलता है
तू तो भजन किए जा प्यारे
तू तो भजन किए जा प्यारे
इस दुनिया से क्या लेना
कोई भी देखे तो बोले क्या कहना भई क्या कहना

पार्वती बोली भोले से
पार्वती बोली भोले से
पार्वती बोली भोले से ऐसा महल बना देना
कोई भी देखे तो बोले क्या कहना भई क्या कहना
कोई भी देखे तो बोले क्या कहना भई क्या कहना

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