महकाये जिनगी ला मोर Mahakaye Jingi La Mor Lyrics – Anurag Sharma, Champa Nishad

महकाये जिनगी ला मोर
Mahakaye Jingi La Mor Lyrics
– Anurag Sharma, Champa Nishad
  • गीत – महकाये जिनगी ला मोर
  • स्वर – अनुराग शर्मा, चम्पा निषाद
  • गीतकार – चन्द्रप्रकाश भारद्वाज
  • म्यूजिक – सुनील सोनी
  • लेबल – एसआरके म्यूजिक सीजी

स्थायी
महकाए जिनगी ला मोर
संवरेंगी मोर मुच मुच हांसी हा तोर
महकाए जिनगी ला मोर
संवरेंगी मोर मुच मुच हांसी हा तोर

बांधे तैं पिरीत के डोर
ये जोड़ी मोर
महकाए जिनगी ला मोर
बांधे तैं पिरीत के डोर
ये जोड़ी मोर
महकाए जिनगी ला मोर

अंतरा 1
कुहुके कोयलिया रे अमुवा के डार
रतिहा पहाती के नैना कर ले चार
तोर संग म जुड़गे हे हिरदय के तार
तही मोर जिवरा रानी तही संसार
तही मोर जिवरा रानी तही संसार

बांधे तैं पिरीत के डोर ये जोड़ी मोर
महकाए जिनगी ला मोर
महकाए जिनगी ला मोर
संवरेंगी मोर मुच मुच हांसी हा तोर

अंतरा 2
जोड़ी तोर संग होगे मया के करार
जिनगी के संगी तही मया के इनहार
ममहाही बगिया घर के अंगना अउ दुवार
बरसाबे मया सगरी सावन के फुहार
बरसाबे मया सगरी सावन के फुहार

महकाए जिनगी ला मोर संवरेंगी मोर
मुच मुच हांसी हा तोर
बांधे तैं पिरीत के डोर ये जोड़ी मोर
महकाए जिनगी ला मोर

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