झन भर तैं धन के कुरिया
JHAN BHAR TAI DHAN KE KURIYA LYRICS
DUKALU YADAV JAS GEET LYRICS
- गीत - झन भर तैं धन के कुरिया
- स्वर - दुकालू यादव
- गीतकार - दुकालू यादव, परमानंद
मोहनी, हर्षकुमार बिन्दु
- संगीत - दुकालू यादव
- प्रकार - छत्तीसगढ़ी जस गीत
- लेबल - टी-म्यूजिक सीजी
मिले
हे तोला जनम मानुष के
लख
चौरासी ला भोग के
सेवा
कर ले तैं दाई ददा के
हित
बर सोच ले लोग के
देखे
नही नजर भर नैना ले
राखे
जेन तोला पोस के
बनी
कर के पढ़ाए बढ़ाए
देख
ले पहाए ला सोच के
स्थायी
झन
भर तैं धन के कुरिया रे तोला
जाना
हावै बड़ा दूरिहा
जाना
हावै बड़ा दूरिहा
लहूट
नई आबे जाबे जिहा ले हो
लहूट
नई आबे जाबे जिहा ले
खा
के कहत हंव किरिया ले तोला
जाना
हावै बड़ा दूरिहा
जाना
हावै बड़ा दूरिहा
अंतरा
1
रटर
रटर तै बईहा तन ला
लालच
के काजर अंजाए
लालच
के काजर अंजाए
नई
जाने तैं स्वारथ खाए के
रोज
के चटनी पिसाए
रोज
के चटनी पिसाए
कौड़ी
कौड़ी के करे सकेला
गठरी
बांध तिरियाए
गठरी
बांध तिरियाए
सकले
तेखर बर सुरता रख ले
धर
ओतकी बेरा नई आए
धर
ओतकी बेरा नई आए
पेट
मार के पेट भरे तैं हो
पेट
मार के पेट भरे तैं हो
धन
हावै बड़ा तिरिया रे तोला
जाना
हावै बड़ा दूरिहा
जाना
हावै बड़ा दूरिहा
अंतरा
2
करू
हो जाबे थकही जांगर त
तेकर
बर रखे सकेल के
तेकर
बर रखे सकेल के
आही
बिन मुड़ फसरा गिराही
बईहा
तोला ढकेल के
बईहा
तोला ढकेल के
मांगबे
कुछु स्वारथ बर तैं
गोठियाही
तब अटेल के
गोठियाही
तब अटेल के
मर
जतेंव जईसे लगही तोला
झपा
के चक्का म रेल के
झपा
के चक्का म रेल के
पखरा
पटकही मुड़ बोली के हो
पखरा
पटकही मुड़ बोली के
बहु
बेटा नाती नतिया रे तोला
जाना
हावै बड़ा दूरिहा
जाना
हावै बड़ा दूरिहा
अंतरा
3
अभी
घलो गा बेरा माढ़े हे
बेरा
राहत ले भंजाले
बेरा
राहत ले भंजाले
बोली
बोल ले मीठ मया के
बईहा
तैं हांस गोठियाले
बईहा
तैं हांस गोठियाले
भजन
कर जी देवी देवता के
दाई
ददा के सेवा बजा ले
दाई
ददा के सेवा बजा ले
देख
ले दर्पण बोले भाखा म
तर
जाबे संगी पतियाले
तर
जाबे संगी पतियाले
परमानंद
मोहनी के बिनती हे
परमानंद
मोहनी के बिनती हे
सुनबे
सुन सुनईया रे तोला
जाना
हावै बड़ा दूरिहा
जाना
हावै बड़ा दूरिहा
लहूट
नई आबे जाबे जिहा ले हो
लहूट
नई आबे जाबे जिहा ले
खा
के कहत हंव किरिया ले तोला
जाना
हावै बड़ा दूरिहा
जाना
हावै बड़ा दूरिहा