- गीत - मुर्दा सही का जीना
- स्वर - दास मनोहर घृतलहरे
- गीतकार - दास मनोहर घृतलहरे
- संगीतकार - ?
- छत्तीसगढी पंथी गीत
- लेबल - SB MUSIC KORBA
स्थायी
मुर्दा सही नई जीना हावै का जीना
पथरा सही नई जीना हावै का जीना
मन के आगु हार के आत्मा ला मार के
मन के आगु हार के आत्मा ला मार के
दुनिया म सम्मान कभू मिले नही ना
मुर्दा सही नई जीना हावै का जीना
पथरा सही नई जीना हावै का जीना
मुर्दा सही नई जीना हावै का जीना
पथरा सही नई जीना हावै का जीना
HH
अंतरा 1
सत के जपईया सतनामी अन कहौ सीना तान के
सत के जपईया सतनामी अन कहौ सीना तान के
सादा खानी बानी राखौ गुरू के कहना मान के
सादा खानी बानी राखौ गुरू के कहना मान के
सत के जपईया सतनामी अन कहौ सीना तान के
सत के जपईया सतनामी अन कहौ सीना तान के
सादा खानी बानी राखौ गुरू के कहना मान के
सादा खानी बानी राखौ गुरू के कहना मान के
जग संसार के कुटुम परिवार के
जग संसार के कुटुम परिवार के
नई चलै गाड़ी दीदी सत के बिना
मुर्दा सही नई जीना हावै का जीना
पथरा सही नई जीना हावै का जीना
अंतरा 2
पढ़ौ लिखौ शिक्षित बनौ मेहनत हे पूजा
पढ़ौ लिखौ शिक्षित बनौ मेहनत हे पूजा
उन्नति विकास के अउ रस्ता नई हे दूजा
उन्नति विकास के अउ रस्ता नई हे दूजा
पढ़ौ लिखौ शिक्षित बनौ मेहनत हे पूजा
पढ़ौ लिखौ शिक्षित बनौ मेहनत हे पूजा
उन्नति विकास के अउ रस्ता नई हे दूजा
उन्नति विकास के अउ रस्ता नई हे दूजा
रोटी इमान के इज्जत सम्मान के
रोटी इमान के इज्जत सम्मान के
खाबो हम जी बोहा के पसीना
मुर्दा सही नई जीना हावै का जीना
पथरा सही नई जीना हावै का जीना
अंतरा 3
जेन दुख तापे हे आज ओखरे हे नाम
जेन दुख तापे हे आज ओखरे हे नाम
विपत संग जूझे बिन नई बने जी काम
विपत संग जूझे बिन नई बने जी काम
जेन दुख तापे हे आज ओखरे हे नाम
जेन दुख तापे हे आज ओखरे हे नाम
विपत संग जूझे बिन नई बने जी काम
विपत संग जूझे बिन नई बने जी काम
जोड़ा जैतखाम के झंडा सतनाम के
जोड़ा जैतखाम के झंडा सतनाम के
लहराथे जईसे बोरो महिना
मुर्दा सही नई जीना हावै का जीना
पथरा सही नई जीना हावै का जीना
मन के आगु हार के आत्मा ला मार के
मन के आगु हार के आत्मा ला मार के
दुनिया म सम्मान कभू मिले नही ना
मुर्दा सही नई जीना हावै का जीना
पथरा सही नई जीना हावै का जीना