- गीत - जय हो घासीदास
- स्वर - द्वारिका बर्मन
- गीतकार - द्वारिका बर्मन
- संगीतकार - द्वारिका बर्मन
- छत्तीसगढी पंथी गीत
- लेबल - केके कैसेट
स्थायी
गुरू बाबा
गुरू बाबा घासी दास महंगु के लाला
मोर बिगड़ी ला तै बनईदे, जय हो
आके मोर बिगड़ी बनाई दे ओ घासीदास
आ के मोला दरस देखाई दे
आते बोलो जय सतनाम
जाते बोलो जय सतनाम
अंतरा 1
ये गुरू बाबा घासीदास मोर
सत्यपुरूष अवतारी हो
दास जान के रक्षा कर दे
सब पर किरपा तुम्हारी हो
अमृत,
अमृत धार बोहाई दे हो घासीदास
अमृत धार बोहाई दे हो घासीदास
आके मोर बिगड़ी बनाई दे ओ घासीदास
आ के मोला दरस देखाई दे
आते बोलो जय सतनाम
जाते बोलो जय सतनाम
अंतरा 2
मनखे मनखे एक बताए
महामंत्र सतनाम बताए
सत सुमता के अलख जगाए
मानवता के पाठ पढ़ाए
ज्ञान के,
ज्ञान के ज्योति जलाई दे हो घासीदास
ज्ञान के ज्योति जलाई दे हो घासीदास
आके मोर बिगड़ी बनाई दे ओ घासीदास
आ के मोला दरस देखाई दे
आते बोलो जय सतनाम
जाते बोलो जय सतनाम
अंतरा 3
अबला नारी मैं दुखियारी आयेंव शरण तुम्हारी हो
अब मोरो दुख हर लेना बाबा शरण म सिर धारी हो
अब तो,
अब तो सुख पहुंचई दे हो घासीदास
अब तो सुख पहुंचई दे हो घासीदास
आके मोर बिगड़ी बनाई दे ओ घासीदास
आ के मोला दरस देखाई दे
गुरू बाबा,
गुरू बाबा घासी दास महंगु के लाला
मोर बिगड़ी ला तै बनईदे
आके मोर बिगड़ी बनाई दे ओ घासीदास
आ के मोला दरस देखाई दे
आके मोर बिगड़ी बनाई दे ओ घासीदास
आ के मोला दरस देखाई दे