Type Here to Get Search Results !

Advertisement

मन मोर लंगुरवा - दुकालू यादव | Man Mor Languruwa Wo Dai Lyrics | Dukalu Yadav Purana Jas Geet

मन मोर लंगुरवा - दुकालू यादव 
Man Mor Languruwa Vo Dai Lyrics
    • गीत : मन मोर लंगुरवा  
    • गायक : दुकालू यादव
    • गीतकार : पारंपरिक जस गीत
    • संगीतकार : रामकुमार साहू
    • लेबल : केके कैसेट


स्थायी
मन मोर लंगुरवा वो दाई
मन मोर लंगुरवा वो
मन मोर लंगुरवा वो दाई
मन मोर लंगुरवा वो
निशदिन झूलावै तोला झूलना हो माय
निशदिन झूलावै तोला झूलना हो माय
(2 बार)

अंतरा 1
हो दया धरम के दुठन खंभा गड़ा के
हिरदय के झूलना मा तोला बईठा के
हो दया धरम के दुठन खंभा गड़ा के
हिरदय के झूलना मा तोला बईठा के
हो हिरदय के झूलना मा तोला बईठा के
मया के डोरी धरे सुरता लमाये ओ
मया के डोरी धरे सुरता लमाये ओ
निशदिन झूलावै तोला झूलना वा माय
निशदिन झूलावै तोला झूलना वा माय

अंतरा 2
बीस किसम के जेमा फूंदना गथाये
तिन गुन आगर जेमा रतन जड़ाये
हो बीस किसम के जेमा फूंदना गथाये
तिन गुन आगर जेमा रतन जड़ाये
हो तिन गुन आगर जेमा रतन जड़ाये
सरधा के सुग्घर माता सेज बिछाये हो
सरधा के सुग्घर माता सेज बिछाये हो
निशदिन झूलावै तोला झूलना वो माय
निशदिन झूलावै तोला झूलना वो माय

अंतरा 3
हो छय खूट बिकार बैरी मन ला बिलमाये
जागे तब जोत सत के धीर ला बंधाये
हो छय खूट बिकार बैरी मन ला बिलमाये
जागे तब जोत सत के धीर ला बंधाये
हो जागे तब जोत सत के धीर ला बंधाये
जस अउ नियम हा बाढ़े भक्ति हा गढ़ाये ओ
जस अउ नियम हा बाढ़े भक्ति हा गढ़ाये ओ
निशदिन झूलावै तोला झूलना वा माय
निशदिन झूलावै तोला झूलना वा माय
हो मन मोर लंगुरवा ओ दाई 
मन मोर लंगुरवा ओ
निशदिन झूलावै तोला झूलना हो माय
निशदिन झूलावै तोला झूलना हो माय

अंतरा 4
हो संझा बिहनिया माता चरण तोर पखारे
हाथ जोड़ सुमिरन कर के आरती उतारे
हो संझा बिहनिया माता चरण तोर पखारे
हाथ जोड़ सुमिरन कर के आरती उतारे
हो हाथ जोड़ सुमिरन कर के आरती उतारे
सेउक तोर प्रेम अईसे सेवा ला बजाये वो
सेउक तोर प्रेम अईसे सेवा ला बजाये वो
निशदिन झूलावै तोला झूलना ओ माय
निशदिन झूलावै तोला झूलना ओ माय
हो मन मोर लंगुरवा ओ दाई 
मन मोर लंगुरवा ओ
निशदिन झूलावै तोला झूलना हो माय
निशदिन झूलावै तोला झूलना हो माय

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.