Type Here to Get Search Results !

Advertisement

जीयत ले नता हे दाई - दुकालू यादव | Jiyat Le Nata He Dai Lyrics | Dukalu Yadav New Jas Geet 2022

जीयत ले नता हे दाई -  दुकालू यादव 
Jiyat Le Nata He Dai Lyrics
🌺 New Jas Geet 2022 🌺


  • गीत : जीयत ले नता हे दाई
  • गायक : दुकालू यादव
  • गीतकार : दुकालू यादव 
  • संगीतकार : ओ पी देवांगन
  • प्रस्तुति : श्रद्धा विनोद कश्यप
  • लेबल : 360INDIA



स्थायी
जीयत ले नता हे दाई एक दिन फेर सुवा उड़ाही
जीयत ले नता हे दाई एक दिन फेर सुवा उड़ाही
फेर रोही गाही परिवारा
ये काया नई मिलही फेर दोबारा
ये काया नई मिलही फेर दोबारा
जीयत ले नता हे दाई एक दिन फेर सुवा उड़ाही
जीयत ले नता हे दाई एक दिन फेर सुवा उड़ाही
फेर रोही गाही परिवारा

अंतरा 1
रचना रचे हे कईसे विधाता ये जग तोरे पराया हे
तोरे बनाये ये दुनिया में कहूं धूप कहूं छाया हे
ये माटी के चोला रे संगी हीरा कस तोर काया हे
अपनेच तन खातिर रे संगी सब झन ला मोह माया हे
लख चौरासी ला भटके दुनिया ले जाबे छटके
लख चौरासी ला भटके दुनिया ले जाबे छटके
तोला घर ले देही निकारा
ये काया नई मिलही फेर दोबारा
ये काया नई मिलही फेर दोबारा

अंतरा 2
झन समझौ ये तन ला अपन गा नोहे धन अउ दोगानी
चारेच दिन खातिर ये मिले हे नदियां कस हे पानी
उतलंग झन कर लाहो ले झन चारेच दिन जिनगानी
एक दिन आही यम के लेवईया होही खतम कहानी
छुटही संगी संगवारी जाना हे ओ सिर पारी
छुटही संगी संगवारी जाना हे ओ सिर पारी
फेर जुरियाही गठियारा
ये काया नई मिलही फेर दोबारा
ये काया नई मिलही फेर दोबारा

अंतरा 3
ये तो मृत्यु लोक हे संगी सब ला मरे ला परही
आज मोला ता काल तोला गा दुनिया ले जाये ला परही
पईसा कौड़ी माल खजाना कोन येला फेर धरही
खाली हाथ सबो झन आये खाली जाये ला परही
नई हे भरोषा तन के तै राख ले संगी जतन के
नई हे भरोषा तन के तै राख ले संगी जतन के
प्रेम जईसे चल दिस सितारा
ये काया नई मिलही फेर दोबारा
ये काया नई मिलही फेर दोबारा
जीयत ले नता हे दाई एक दिन फेर सुवा उड़ाही
जीयत ले नता हे दाई एक दिन फेर सुवा उड़ाही
फेरा रोही गाही परिवारा 
ये काया नई मिलही फेर दोबारा
ये काया नई मिलही फेर दोबारा

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.