काया तोर मन के नोहे – नीलकमल वैष्णव | KAYA TOR MAN KE NOHE LYRICS | CG RAMAYAN BHAJAN LYRICS

कर लेबे रस्ता के चिन्हारी काया तोर मन के नोहे
🌺 KAYA TOR MAN KE NOHE LYRICS 🌺
🎤 NEELKAMAL VAISHNAV 🎤
💕 CG RAMAYAN BHAJAN LYRICS 💕
  • गीत – काया तोर मन के नोहे
  • स्वर – नीलकमल वैष्णव
  • गीत – नीलकमल वैष्णव
  • संगीत – नीलकमल वैष्णव
  • लेबेल – आर के कैसेट

KAR LEBE RASTA KE CHINHARI LYRICS

थाठ रचाए झूठमुठ के

मतलब के संसार

कहत कबीर ये जग बैरी ला

दुख के गठरी जान

लखन सियाराम चन्द्र की जय

स्थायी

कर लेबे रस्ता के चिन्हारी

ये जिनगी तोर मन के नोहै

कर लेबे रस्ता के चिन्हारी

ये काया तोर मन के नोहै

तोर मन के नोहै जी

तोर मन के नोहै

कतका दिन बर पाये हस उधारी

ये चोला तोर मन के नोहै

कर लेबे रस्ता के चिन्हारी

ये जिवरा तोर मन के नोहै

अंतरा 1

पानी कस फोटका स्वासा तन के तोर तार

माटी के काया काचा तन के सिंगार

पानी कस फोटका स्वासा तन के तोर तार

माटी के काया काचा तन के सिंगार

जाना परही यम के दुवारी

ये जिवरा तोर मन के नोहै

कर लेबे रस्ता के चिन्हारी

ये जिनगी तोर मन के नोहै

तोर मन के नोहै जी

तोर मन के नोहै

कै दिन बर पाये हस उधारी

ये चोला तोर मन के नोहै

कर लेबे रस्ता के चिन्हारी

ये जिवरा तोर मन के नोहै

अंतरा 2

सुनि केवट के बैन हो रामा

प्रेम लपेटे अटपटे मोरे रामा

बिहसे करूनाऐन चितइ हो रामा

जानकी लखन तन हो रामा

पानी कस फोटका स्वासा तन के तोर तार

माटी के काया काचा तन के सिंगार

पानी कस फोटका स्वासा तन के तोर तार

माटी के काया काचा तन के सिंगार

कै दिन बर पाये हस उधारी

ये जिवरा तोर मन के नोहै

कर लेबे रस्ता के चिन्हारी

ये काया तोर मन के नोहै

जाना परही यम के दुवारी

ये जिनगी तोर मन के नोहै

कर लेबे रस्ता के चिन्हारी

ये काया तोर मन के नोहै

कर लेबे रस्ता के चिन्हारी

ये जिवरा तोर मन के नोहै

कर लेबे रस्ता के चिन्हारी

ये जिवरा तोर मन के नोहै

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