ज्यादा तन म लगा झन दाग – नीलकमल वैष्णव | JYADA TAN MA LAGA JHAN DAAG LYRICS

💕 ज्यादा तन म लगा झन दाग 💕
JYADA TAN MA LAGA JHAN DAAG LYRICS
🎵 CG RAMAYAN BHAJAN LYRICS 🎵
  • गीत – ज्यादा तन म लगा झन दाग
  • स्वर – नीलकमल वैष्णव
  • गीत – नीलकमल वैष्णव
  • संगीत – नीलकमल वैष्णव
  • लेबेल – आर के कैसेट

 

स्थायी

ज्यादा तन म,

तन म, तन म, तन म,

ज्यादा तन म लगा झन दाग

ए धोवे ले घलो नई धोवाही

हो जाही होली कस राख

ए आगी म तोला लेसवाही

ज्यादा तन म लगा झन दाग

ए धोवे ले घलो नई धोवाही

हो जाही होली कस राख

ए आगी म तोला लेसवाही रे

अंतरा 1

बड़ मीठ लबरा हे तन के चिरईया

टूटहा खोंधरा के जनत करईया

बेरा कुबेरा के नई हे ठिकाना

हरि भजन म ध्यान लगाना

जनम दिन बर मोर संगवारी

मोर संगवारी हाय राम

ले जाही, ले जाही

ले जाही

ले जाही उड़ावत गुलाल रे

ये बांधे ले घलो नई बंधाही

ज्यादा तन म लगा झन दाग

ए धोवे ले घलो नई धोवाही

हो जाही होली कस राख

ए आगी म तोला लेसवाही

अंतरा 2

कृपासिंधु बोले मुसुकाई।

सोई करू जेहिं तव नाव न जाई ।।

बेगि आनु जलपाय पखारू।

होत बिलंबु उतारहि पारू ।।

बड़ मीठ लबरा हे तन के चिरईया

टूटहा खोंधरा के जनत करईया

बेरा कुबेरा के नई हे ठिकाना

हरि भजन म ध्यान लगाना

जनम दिन बर मोर संगवारी

मोर संगवारी हाय राम

ले जाही उड़ावत गुलाल रे

ये बांधे ले घलो नई बंधाही

ज्यादा तन म लगा झन दाग

ए धोवे ले घलो नई धोवाही

अंतरा 3

का भरोषा……

का भरोषा हे सरहा शरीर के वो

का ठीकाना हे तन के लकीर के गा

बासा कर ले बनारस के भईया

मरना हे गंगा की तीर म रे

मरना हे गंगा की तीर म रे

बासा कर ले बनारस के बहिनी

मरना हे गंगा की तीर म वो

मरना हे गंगा की तीर म वो

मरना हे गंगा की तीर म रे

मरना हे गंगा की तीर म रे

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