सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे – दास मनोहर घृतलहरे | Suruj Au Chanda Tor Banihar Lage Lyrics | Das Manohar Panthi Geet Lyrics

 सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे – दास मनोहर
 Suruj Au Chanda Tor Banihar Lage Lyrics 
Das Manohar Panthi Geet Lyrics 

  • गीत – सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे
  • स्वर – दास मनोहर घृतलहरे, लता घृतलहरे
  • गीतकार – दास मनोहर घृतलहरे
  • संगीतकार – ?
  • छत्तीसगढी पंथी गीत
  • लेबल – केके कैसेट




धरती के काजग समंदर सियाही 

कलम बने सब बिरछा

लिखे म लिखावै नही

गुरू घासीदास तोर महिमा


स्थायी

ये बनिहार लागे बाबा मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे

ये बनिहार लागे बाबा मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे


सत के पुजारी सतपुरूष अवतारी

सत के पुजारी सतपुरूष अवतारी

चरणो में गंगा धार लागे

ये बनिहार लागे गुरू मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे

ये बनिहार लागे गुरू मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे


अंतरा 1

नई धरै कभू शनि अउ गिरहा नई पेरै राहू केतू

नई पेरै राहू केतू हो बाबा नई पेरै राहू केतू 

नई धरै कभू शनि अउ गिरहा नई पेरै राहू केतू

नई पेरै राहू केतू हो बाबा नई पेरै राहू केतू 


देख के यमराज डराये तोर भगत ला हो गुरू

तोर भगत ला हो गुरू हो बाबा तोर भगत ला हो गुरू


हे सत गुरू घासी काटे जम के फांसी 

हे सत गुरू घासी काटे जम के फांसी 

हंसा के तारन हार लागे

ये बनिहार लागे बाबा मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे

ये बनिहार लागे बाबा मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे


 

अंतरा 2

सेवा म तोर लगे हे बाबा धरती अउ ये अकाश

धरती अउ ये अकाश हो बाबा धरती अउ ये अकाश 

सेवा म तोर लगे हे बाबा धरती अउ ये अकाश

धरती अउ ये अकाश हो बाबा धरती अउ ये अकाश 


देवता धामी चरण परे हे बनके तोरे दास

बनके तोरे दास हो बाबा बनके तोरे दास


ये घट घट वासी अमर अविनाशी 

ये घट घट वासी अमर अविनाशी 

महिमा तोर अपार लागे

ये बनिहार लागे गुरू मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे

ये बनिहार लागे गुरू मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे


अंतरा 3

माथे म चंदन पांवे खड़ाउ गले म कंठी माला

गले म कंठी माला हो बाबा गले म कंठी माला 

माथे म चंदन पांवे खड़ाउ गले म कंठी माला

गले म कंठी माला हो बाबा गले म कंठी माला 


दगर दगर तोर रूप बरे अमरौतिन के लाला

अमरौतिन के लाला हो बाबा अमरौतिन के लाला


ये मनोहर अनाड़ी गुरू गाए तोर बानी

ये मनोहर अनाड़ी गुरू गाए तोर बानी

दुनिया में सतनाम सार लागे

ये बनिहार लागे गुरू मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे

सत के पुजारी सतपुरूष अवतारी

सत के पुजारी सतपुरूष अवतारी

चरणो में गंगा धार लागे


ये बनिहार लागे बाबा मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे

ये बनिहार लागे गुरू मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे


ये बनिहार लागे बाबा मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे

ये बनिहार लागे गुरू मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे


ये बनिहार लागे बाबा मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे

ये बनिहार लागे गुरू मोर

सुरूज अउ चंदा तोर बनिहार लागे


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