- गीत : लाली लाली मंदार
- स्वर : अनुज शर्मा, दिलीप षडंगी
- गीत : दिलीप षड़ंगी
- संगीत : दिलीप षड़ंगी
- लेबल : एन वी एंटरटेनमेंट
लाली लाली मंदार मईया ला सोहे
लाली लाल मंदार
अउ मन ला मोहे
लाली लाल मंदार
सोन के लोटा चांदी के थाली
देवता बजावै ताली
छप्पन भोग लगे हे दुवारी
जय ड़ोगरगढ़ वाली
गुंजे जय जय कार
सारा संसार
मिट गे अंधियार
दीया जले हजार
गुंजे रे जय जय कार
हा नवराती म
गुंजे रे जय जय कार
जय बमलाई के
गुंजे रे जय जय कार
जग के चलईया बिगड़ी बनईया
आ गे नव दुर्गे मईया
अरजी लगा लौ सुमिरन कर लौ
पार लगा दीही नईया
बगराही ममता के छईहा
बगराही ममता के छईहा
ओढ़े चुनरिया लाली
सोन के लोटा चांदी के थाली
देवता बजावै ताली
छप्पन भोग लगे हे दुवारी
जय ड़ोगरगढ़ वाली
मन मोहनी रूपा
सोला सिंगार
नवराती म होगे उजियार
मन मोहनी सोलाह सिंगार
हां अंधियारी म
होगे रे होगे उजियार
अखंड दीया बरत हे हजारो हजार
लाली लाली मंदार मईया ला सोहे
लाली लाल मंदार
अउ मन ला मोहे
लाली लाल मंदार
हा नवराती म
गुंजे रे जय जय कार
जय बमलाई के
गुंजे रे जय जय कार