- गीत – झूमर जा रे पड़की
- स्वर – मनोज वर्मा, संजय महानंद, सुनील सोनी, तनु वर्मा, मीनाक्षी राउत, किरन साहू
- गीतकार – पारंपरिक गीत
- संगीत – सुनील सोनी
- फिल्म – भूलन द मेज
- लेबल – स्वप्नील म्यूजिक
झूमर जा रे पड़की झूमर जा
झूमर जा रे पड़की झूमर जा
ऐ धमधा के राजा बाबू
तोर कईसन लागे रे
तोर कईसन लागे
लबर लोर लोर
तितूर म झोर झोर
रायझूमा झूम बांस पान
बंसर करेला पान
लिबुर लाबर पीपर पान
झूमर जा रे पड़की
झूमर जा
ए धमधा के राजा नोनी
हमर कका लागे हो
हमर कका लागे
लबर लोर लोर
तितूर म झोर झोर
रायझूमा झूम बांस पान
बंसर करेला पान
लिबुर लाबर पीपर पान
झूमर जा रे पड़की झूमर जा
हो हो ओ हो ओ
चिंता म चुपे चुप
बईठे नई तो जाए बेटी
बईठे नई तो जाए
तोरेच सेती आए हावन
रतिहा पहाए ओ बहिनी
रतिहा पहाए
तोरेच सेती आए हावन
रतिहा पहाए ओ बेटी
बईठे नई तो जाए
हां बईठ पहुना बीड़ी पी ले
पहुना मगन लागे बड़ी दया लागे हो
बईठ पहुना बीड़ी पी ले
पहुना मगन लागे बड़ी दया लागे हो
बड़ी दया लागे बड़ी दया लागे
हो ओ ओ ओ हो हो
कब होही रे संगी तोरे से मिलना या
पहुना मगन लागे बड़ी दया लागे
हो ओ ओ
मेला के लुगरा चिन्हारी रखना
हो ओ ओ ओ आ आ
जल्दी होही रे संगी तोरे से मिलना या
पहुना मगन लागे बड़ी दया लागे
हो हो हो
जल्दी होही रे संगी तोरे से मिलना या
पहुना मगन लागे बड़ी दया लागे
हो हो हो
जल्दी होही रे संगी तोरे से मिलना या
पहुना मगन लागे बड़ी दया लागे
हो हो हो