✴️चलना चलना रुकना रुकना✴️
- गीत – चल न चल ना रानी मोर
- स्वर – किसन सेन, सरला गंधर्व
- गीतकार – ?
- संगीतकार – ?
- लेबल – AVM GANA
स्थायी
ऐ चल न राजा मोर
ऐ चल ना जोड़ी मोर
मोला चटवापुरी मेला तैं घूमा दे
ऐ रूक न रानी मोर
अभी रूक न बही मोर
छेर छेरा पुन्नी आवन दे
भराथे मेला उही समय हम जाबो
मन के मनौती ल पूरा करी आबो
भराथे मेला उही समय हम जाबो
मन के मनौती ल पुरा करी आबो
मोर बात ल तैं मन म बसाई लेवो
चल ना चल ना
रूक न रूक ना
चल ना चल ना
अभी रूक न रानी मोर
अभी रूक न बही मोर
छेर छेरा पुन्नी आवन दे
ऐ चल न राजा मोर
ऐ चल ना जोड़ी मोर
मोला चटवापुरी मेला तैं घूमा दे
अंतरा 1
ऐ संगे तोरे जाहूं सजा दे तैं गाड़ी बईला
जाही लोग लईका जाही संगी अउ जहुंरिया
ऐ संगे तोरे जाहूं सजा दे तैं गाड़ी बईला
जाही लोग लईका जाही संगी अउ जहुंरिया
ऐ बात मोर मान गोरी समय ल आवन दे
खेती बाड़ी धान सबो काम बिसरावन दे
सपरा घासी के मयारू बेटा अमरदास
सपरा घासी के मयारू बेटा अमरदास
ये चटवापुरी धाम ये बनाए हे वो
चल ना चल ना
रूक न रूक ना
चल ना चल ना
अभी रूक न रानी मोर
अभी रूक न बही मोर
छेर छेरा पुन्नी आवन दे
ऐ चल न राजा मोर
ऐ चल ना जोड़ी मोर
मोला चटवापुरी मेला तैं घूमा दे
अंतरा 2
ऐ नदिया हे कईथे उहा हावै रूख राई
श्रद्धा भक्ति भाव के गा हावै सुख दाई
नदिया हे कईथे उहा हावै रूख राई
श्रद्धा भक्ति भाव के गा हावै सुख दाई
ऐ साल म एक बार उहा मेला वो भराथे
उही समय जाबो कइथौ सुग्घर मन ला भाथे
किसन सेन बही अरजी वो करत हे
बाबा के नाम ले वो दुख हा सब टरत हे
ओकर चरण म माथ नवाई लेबो
चल ना चल ना
रूक न रूक ना
चल ना चल ना
अरे चल न रानी मोर
अरे चल न बही मोर
तोला चटवापुरी मेला मैं घूमाहूं
ऐ चल न राजा मोर
ऐ चल ना जोड़ी मोर
मोला चटवापुरी मेला तैं घूमा दे
भराथे मेला उही समय हम जाबो
मन के मनौती ल पूरा करी आबो
भराथे मेला उही समय हम जाबो
मन के मनौती ल पुरा करी आबो
मोर बात ल तैं मन म बसाई लेवो
चल ना चल ना
चल ना चल ना
चल ना चल ना
अरे चल न रानी मोर
अरे चल न बही मोर
तोला चटवापुरी मेला मैं घूमाहूं
ऐ चल न राजा मोर
ऐ चल ना जोड़ी मोर
मोला चटवापुरी मेला तैं घूमा दे
तोला चटवापुरी मेला मैं घूमाहूं
मोला चटवापुरी मेला तैं घूमा दे
तोला चटवापुरी मेला मैं घूमाहूं
मोला चटवापुरी मेला तैं घूमा दे