कहां कहां खोजौ तोला – कांतिकार्तिक यादव | Kahan Kahan Khojav Tola Lyrics | Kantikartik Yadav Jas Geet


कहां कहां खोजौ तोला  – कांतिकार्तिक यादव
Kahan Kahan Khojav Tola Lyrics 
    • गीत : कहां कहां खोजौ तोला 
    • गायक : कांतिकार्तिक यादव
    • गीतकार : मौनी लाला
    • संगीतकार : ओपी देवांगन
    • लेबल : कोक क्रिएशन


स्थायी
कहां कहां खोजौ ताला कहां घरवास हे
कहां कहां खोजौ ताला कहां घरवास हे
मन के आशा मन मा रहिगे
मन के आशा मन मा रहिगे
मन मा आज पियास हे

अंतरा 1
पानी मा खोजेव मंछरी पायेव
माटी मा घोंघी मोती ओ
मन खोजेव मंसा पायेव
नयन मा पायेव ज्योती ओ
(2बार)
अंधियारी मा परेहे जिवरा 
अंधियारी मा परेहे जिवरा, 
जिवरा मोर उदास हे

अंतरा 2
पवन मा पायेव पुरवाही ला 
आगी धधके जिवरा ओ
अन्न मा पायेव तृष्णा माता
भगति जुड़ाये हेवरा वो
(2बार)
आतम खोंधरा मा मन ला रमाले
आतम खोंधरा मा मन ला रमाले
जिहा परे विश्वास हे

अंतरा 3
दीया मा मैं हा अंजोर ला पायेव
मुरति मा मनरूपा ओ
धरम दुआरी मरम ला पायेव
मरम मा रूप सतरूपा ओ
(2 बार)
दीया के बाती बन जा मनवा
दीया के बाती बन जा मनवा, 
भगति मा प्रकाश हे

अंतरा 4
जग मा पायेव परमानंद ला 
रंग मा माया के कीता ओ
कहां मिलही तोरे कुरिया
जिहा हे तोर रूप सीता ओ
(2 बार)
कांतिकार्तिक खोजै तोला मौनी लाला खोजै तोला 
कांतिकार्तिक खोजै तोला मौनी लाला खोजै तोला 
दर्शन के बड़ा आस हे
मन के आशा मन मा रहिगे
मन के आशा मन मा रहिगे
मन मा आज पियास हे

Leave a comment

error: Content is protected !!